तेलंगाना में गरीब परिवारों के बच्चों का इस्लाम में धर्मातरण करवाने वाले नौ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये लोग बच्चों को मुफ्त शिक्षा, खाना और आसरा देने का लालच देते थे।
पुलिस ने बाल कल्याण समिति की शिकायत पर मौला अली इलाके के एक गैरमान्यता प्राप्त स्कूल से 4 से 15 वर्ष के 17 बच्चों को मुक्त कराया है। इनमें सात लड़कियां हैं। पुलिस ने दस अभियुक्तों में से मुख्य अभियुक्त मोहम्मद सिद्दिकी उर्फ सत्यानारायण और आठ अन्य को गिरफ्तार कर लिया है।
सहायक पुलिस आयुक्त (मल्काजगिरी डिवीजन) जी. संदीप ने बताया कि ये अभियुक्त तेलंगाना के भद्राचलम, महबूबनगर, खम्मम और वारंगल के अंदरूनी इलाकों से माता-पिता को लालच देकर उनके बच्चों को ले आते थे। उन्होंने बताया कि अभियुक्तों ने बच्चों का धर्मातरण इस्लाम में तो कर दिया था, लेकिन उनके नाम नहीं बदले थे। हालांकि, उन्होंने उन्हें उर्दू और अरबी भाषाओं की शिक्षा देना शुरू कर दिया था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि धर्मातरण का शिकार होने वाले ज्यादातर बच्चे अनुसूचित जाति और जनजाति के हैं।
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