आल इंडिया गौ सेवा मिशन के राष्ट्रीयाध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराजभूरीवाले के लापता होने के बाद से प्रशासन और पंजाब सरकार के हाथ-पैर फूल गए हैं।
उल्लेखनीय है कि गौ तस्कर स्वामी के नाम से कांपते थे और इसके चलते इनके भक्तों ने पंजाब की अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार से उनकी सुरक्षा की मांग करते आ रहे थे। सरकार की अनदेखी के चलते नतीजन स्वामी संदिग्ध अवस्था से आश्रम से गायब हो गए हैं। शनिवार को दिनभर स्वामी की तलाश में पुलिस जुटी रही। वहीं, भक्तों का आश्रम में आना-जाना लगा हुआ है।
नहर किनारे मिली गाड़ी…
48 घंटे से ज्यादा को वक्त हो चुका है…
होशियारपुर राज्य मार्ग के किनारे बने कुष्ठ आश्रम के पास शुक्रवार को नहर किनारे स्वामी कृष्णा नंद की गाड़ी तो खड़ी मिली थी, लेकिन स्वामी गायब थे।
होशियारपुर राज्य मार्ग के किनारे बने कुष्ठ आश्रम के पास शुक्रवार को नहर किनारे स्वामी कृष्णा नंद की गाड़ी तो खड़ी मिली थी, लेकिन स्वामी गायब थे।
48 घंटे से ज्यादा को वक्त हो चुका है, लेकिन स्वामी जी का कोई अता-पता नहीं है। जानकारी के मुताबिक स्वामी कृष्णा नंद सैला खुर्द में एक कथा में जाने वाले थे।
उनके एकाएक गायब हो जाने से उनके भक्तों में निराशा है और सरकार के खिलाफ गुस्सा भी।
चर्चा है कि पशु तस्करों को पकड़ने के लिए जान जोखिम में डालकर स्वामी जी खुद ही निकल पड़ते थे, जिसके चलते उन्हें सुरक्षा की जरूरत भी थी और यह मसला सरकार के पास विचाराधीन भी है।
ऐसा भी अंदेशा जताया जा रहा है कि स्वामी जी का अपहरण न हो गया हो। इस घटना के बाद पंजाब में अकाली भाजपा सरकार के हाथ-पांव फूल गए हैं।
स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री मदन मोहन मितल ने मौके पर पहुंच कर प्रशासन को जहां जांच के आदेश दिए वहीं सीएम प्रकाश बादल को भी इसकी सूचना दी।
पंजाब गौ रक्षा सेवा समिति के प्रदेशाध्यक्ष कीमती भगत भी तुरंत घटना स्थल पर आ पहुंचे हैं। इस दौरान मौके पर मौजूद डी.एस.पी. संत सिंह धालीवाल व एस.डी.एम. अमरजीत सिंह बैंस को उन्होंने अंदेशा जताया की कहीं यह मामला हत्या का तो नहीं है।
स्वामी जी ने जाते समय कुछ नहीं बताया : चौकीदार
स्वामीजी के भाई राम दास ने इतना ही कहा कि हमें कुछ नहीं पता क्या हुआ। जिस समय स्वामी जी गए तो चौकीदार तरसेम लाल ही जाग रहा था। चौकीदार ने बताया कि स्वामी जी जाते हुए उसे 100 रुपए देकर गए। इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं पता। इससे पहले भी वह कई बार खुशी में 50 रुपए दे देते थे।
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