पूर्व अखिलेश सरकार में जहाँ आये दिन पुलिसकर्मियों पर हमलों की खबरे आती रहती थी वहीं योगी सरकार में पुलिस बदमाशों पर खुलके कार्यवाही कर रही हैं।
पूर्ववर्ती सपा सरकार में चार साल के भीतर पुलिसकर्मियों पर 1044 बार हमला हुआ था। एनकाउंटर के साथ साथ
दरअसल यूपी पुलिस केवल एनकाउंटर ही नहीं, रासुका और गैंगस्टर लगाकर भी अपराधियों की कमर तोड़ रही है। वहीं 211 अपराधियों पर रासुका की कार्रवाई की गयी है और 2253 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है। यह आंकड़ा महज 15 महीनों का है और इतने बड़े पैमाने पर पुलिस ने पिछले 15 सालों के दौरान बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। इसका असर भी देखने को मिल रहा है और प्रदेश में हत्या, लूट, डकैती जैसे जघन्य अपराधों में कमी दर्ज की जाने लगी है। ध्यान रहे कि इससे पहले केवल बसपा सरकार में छह महीने के भीतर ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर बदमाशों की कमर तोड़ी गयी थी। वहीं सपा सरकार में इसका सिलसिला कम हो गया था।
योगी सरकार में मुठभेड़ के आंकड़े
2000 से ज्यादा बार पुलिस की बदमाशों से हुई मुठभेड़
- 59 अपराधी पुलिस एनकाउंटर में ढेर, 534 हुए घायल
- 04 पुलिसकर्मी हुए शहीद, 390 पुलिसकर्मी हुए घायल
- 07 हजार अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
- 2700 ईनामी अपराधियों को किया गया गिरफ्तार
- 211 अपराधियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई
- 2253 अपराधियों पर लगाया गया गैंगस्टर एक्ट
- 194 अपराधियों की 177 करोड़ की संपत्तियां हुई जब्त
1044 बार हुआ सपा सरकार में पुलिसकर्मियों पर हमले
- 2012-13 में 202
- 2013-14 में 264
- 2014-15 में 300
- 2015-16 में 278
20 पुलिसकर्मी बने सपा सरकार में बदमाशों का निशाना
527 पुलिसकर्मी सपा सरकार में हुई मुठभेड़ों में हुए घायल
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