बसवा,राजस्थान।
राणा सांगा का नाम तो आपने जरूर सुना होगा।जी हाँ वो ही वीर योद्धा जिसने दिल्ली, गुजरात, व मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की बहादुरी से ऱक्षा की। उस समय के वह सबसे शक्तिशाली हिन्दू राजा थे।राणा रायमल के बाद सन १५०९ में राणा सांगा मेवाड़ के उत्तराधिकारी बने।इनके शासनकाल मे मेवाड़ अपनी समृद्धि की सर्वोच्च ऊँचाई पर था। एक आदर्श राजा की तरह इन्होंने अपने राज्य की रक्षा तथा उन्नति की।
राणा सांगा अदम्य साहसी थे। एक भुजा, एक आँख खोने व अनगिनत ज़ख्मों के बावजूद उन्होंने अपना महान पराक्रम नहीं खोया, सुलतान मोहम्मद शासक माण्डु को युद्ध मे हराने व बन्दी बनाने के बाद उन्हें उनका राज्य पुनः उदारता के साथ सौंप दिया, यह उनकी बहादुरी को दर्शाता है।

चित्र में दिखाई दे रही ये जगह असल में महाराणा सांगा की समाधि हैं।यह समाधि राजस्थान के दौसा जिले के बसवा गाँव में रेलवे लाइन के एक तरफ स्तिथ हैं।
चित्र को देखकर ही समझा जा सकता हैं की हम अपने वीरों का कितना सम्मान करते हैं।जिन्होंने इस देश की रक्षा के लिए अपनी जान दी आज हम लोगो ने उनका क्या हाल कर दिया।भले ही दुश्मन उनका सर ना झुका सके लेकिन हम लोगो ने उनकी शान जरूर मिट्टी में मिला दी।
आइये ज्यादा से ज्यादा शेयर करके जितना हो सके उतने लोगो तक ये बात पहुचाये।
राणा सांगा का नाम तो आपने जरूर सुना होगा।जी हाँ वो ही वीर योद्धा जिसने दिल्ली, गुजरात, व मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की बहादुरी से ऱक्षा की। उस समय के वह सबसे शक्तिशाली हिन्दू राजा थे।राणा रायमल के बाद सन १५०९ में राणा सांगा मेवाड़ के उत्तराधिकारी बने।इनके शासनकाल मे मेवाड़ अपनी समृद्धि की सर्वोच्च ऊँचाई पर था। एक आदर्श राजा की तरह इन्होंने अपने राज्य की रक्षा तथा उन्नति की।
राणा सांगा अदम्य साहसी थे। एक भुजा, एक आँख खोने व अनगिनत ज़ख्मों के बावजूद उन्होंने अपना महान पराक्रम नहीं खोया, सुलतान मोहम्मद शासक माण्डु को युद्ध मे हराने व बन्दी बनाने के बाद उन्हें उनका राज्य पुनः उदारता के साथ सौंप दिया, यह उनकी बहादुरी को दर्शाता है।

चित्र में दिखाई दे रही ये जगह असल में महाराणा सांगा की समाधि हैं।यह समाधि राजस्थान के दौसा जिले के बसवा गाँव में रेलवे लाइन के एक तरफ स्तिथ हैं।
चित्र को देखकर ही समझा जा सकता हैं की हम अपने वीरों का कितना सम्मान करते हैं।जिन्होंने इस देश की रक्षा के लिए अपनी जान दी आज हम लोगो ने उनका क्या हाल कर दिया।भले ही दुश्मन उनका सर ना झुका सके लेकिन हम लोगो ने उनकी शान जरूर मिट्टी में मिला दी।
आइये ज्यादा से ज्यादा शेयर करके जितना हो सके उतने लोगो तक ये बात पहुचाये।
loading...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें