ये कहानी हैं 18 साल की एक आम लड़की की,एक सड़क हादसे के बाद डॉक्टरो ने अंजू को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था, लेकिन इस दुनिया को अलविदा कहने के बाद भी अंजू 5 लोगो को नयी जिंदगी दे गयी..ब्रेन डेड घोषित 18 वर्षीय स्टूडेंट की किडनी, लीवर और कोर्निया जरूरतमंद लोगों को डोनेट कर दिए गए।
अंजू की माँ के बताया की अंजू हमेशा दुसरो को खुश देखना चाहती थी,वह बचपन अपने खाना और खिलोने तक दुसरो को दे दिया करती थी
आपको बता दे की 5 दिन पहले अंजू यमुना नगर में एक सड़क हादसे का शिकार हो गयी थी,उसे चंडीगढ़ के पी.जी.आई. अस्पताल में भर्ती कराया गया था.डॉक्टरो द्वारा अंजू को ब्रेन डेड घोषित कर दिए जान के बाद ही अंजू के माता पिता ने कह दिया की अंजू ने अंगो को दान किया जाएगा,अंजू के माता पिता का कहना था की अंजू हमेशा दुसरो की सहायता करने के लिए तत्पर रहती थी,उसके अंगो को दान किया जाएगा तो उसकी आत्मा को शांति मिलेगी.
आपको बता दे की 5 दिन पहले अंजू यमुना नगर में एक सड़क हादसे का शिकार हो गयी थी,उसे चंडीगढ़ के पी.जी.आई. अस्पताल में भर्ती कराया गया था.डॉक्टरो द्वारा अंजू को ब्रेन डेड घोषित कर दिए जान के बाद ही अंजू के माता पिता ने कह दिया की अंजू ने अंगो को दान किया जाएगा,अंजू के माता पिता का कहना था की अंजू हमेशा दुसरो की सहायता करने के लिए तत्पर रहती थी,उसके अंगो को दान किया जाएगा तो उसकी आत्मा को शांति मिलेगी.
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