सीमा पर आतंकियो को निशाना बनाने के बाद अब भारत का अगला टारगेट पाकिस्तान के सैकड़ो किलोमीटर अन्दर बैठे इन आतंकियो के आका हो सकते हैं.सफलतम सर्जिकल स्ट्राइक ने भारत के हौसले बढ़ा दिए हैं.अब मोदी सरकार सीधे पाकिस्तान के अन्दर बैठे आतंकियो को निशाना बना सकती हैं.इस तरह के ऑपरेशन इसराइल भी अक्सर करता रहा हैं.
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अजित डोवाल, जिन्हें सर्जिकल स्ट्राइक की सफलता का श्रेय दिया जा रहा हैं |
कोवर्ट आपरेशन में एजेंटों की पहचान छुपी होती है और टारगेट को खत्म करने के बाद उन्हें चुपचाप वापस निकाल लिया जाता है। कोई भी सरकार कोवर्ट आपरेशन की जिम्मेदारी नहीं लेती है। इस्त्रायल अपने दुश्मनों को खत्म करने के लिए लंबे समय से इस तरह का कोवर्ट आपरेशन करता रहा है। इस्त्रायली एजेंसियों के साथ करीबी रिश्ता इसमें भारतीय एजेंसियों के काम आ सकता है।
भारतीय सुरक्षा एजेंसिया हैं पूरी तरह सक्षम
एक वरिष्ठ अधिकारी ने दैनिक जागरण से कहा कि भारतीय एजेंसियां 1970 के दशक से ही पाकिस्तान के भीतर कोवर्ट आपरेशन करने में सक्षम थीं, लेकिन अपनी क्षमता के प्रदर्शन का उन्हें कोई मौका ही नहीं दिया गया। तीन साल पहले एजेंसियों ने कराची में दाऊद इब्राहिम को मारने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था और इसके लिए सात एजेंट को अलग-अलग देशों के पासपोर्ट पर वहां पहुंचा भी दिया गया था। लेकिन अंतिम समय में इस आपरेशन को रद्द कर दिया गया और सभी एजेंट वापस लौट आए।
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