
चीन चारों तरफ से भारत को घेरना चाहता था जिसके चलते उसने बांग्लादेश चटगाँव में बंदरगाह बनाया था ,जबकि वही दूसरी तरह उसने पाकिस्तान की और से घेरने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर में कुछ निर्माण कार्य शुरू किया है
बांग्लादेश के साथ जून में एक समझौता साइन होने से भारतीय कार्गो जहाज अब चटगांव और मोंगला बंदरगाह का इस्तेमाल कर सकेंगे। कूटनीतिक रूप से यह समझौता भारत के लिए काफी अहम है।
चटगांव बंदरगाह को चीन ने विकसित किया था और यह उसकी मशहूर रणनीति “मोतियों की माला” का हिस्सा है। इस रणनीति के तहत चीन विभिन्न देशों के द्वीपों पर मौजूदगी बनाकर हिंद महासागर पर पकड़ बनाना चाहता है। ऐसा माना जाता है कि चीन अपने कूटनीतिक उद्देश्यों के लिए इस पोर्ट का इस्तेमाल करता रहा है। भारत के लिए इस बंदरगाह पर पहुंच होना आर्थिक तौर पर भी बड़ी कामयाबी है और पड़ोसी देश बांग्लादेश का भरोसा भी इससे प्रकट होता है।।
loading...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें