जिले में तैनात ट्रेनी आईपीएस अधिकारी प्रियंका निरंजन राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर मिसाल कायम की है। उन्होंने राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर समाज में एक संदेश देने का काम किया है।दरअसल, लोग सरकारी अस्पतालों में कभी सुविधाओं का टोटा तो कभी दवाई ना मिलना जैसे बहाने बनाकर प्राइवेट अस्पतालों को तवज्जो देते हैं, लेकिन मुज़फ्फरनगर की तहसील खतौली में बतौर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात रहीं महिला आईएएस अधिकारी प्रियंका निरंजन ने राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर समाज में एक संदेश देने का काम किया है। लोगों का मानना है कि सरकारी अस्पतालों में केवल गरीब ही इलाज कराते हैं, लेकिन तमाम तरह की सुख सुविधा से संपन्न प्रियंका ने पहले ही सरकारी अस्पताल में बच्चे को जन्म देने का फैसला कर लिया था।
मुजफ्फरनगर. भारत में एक चलन चल पड़ा हैं की हम सरकारी सुविधाओ को नीचा आंकने लगे हैं,सरकारी अस्पतालों में इलाज करने से भी लोग कतराते हैं लेकिन इस महिला आईपीएस ने एक ऐसी पहल की हैं जो सच में काबिले तारीफ़ हैं
जिले में तैनात ट्रेनी आईपीएस अधिकारी प्रियंका निरंजन राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर मिसाल कायम की है। उन्होंने राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर समाज में एक संदेश देने का काम किया है।दरअसल, लोग सरकारी अस्पतालों में कभी सुविधाओं का टोटा तो कभी दवाई ना मिलना जैसे बहाने बनाकर प्राइवेट अस्पतालों को तवज्जो देते हैं, लेकिन मुज़फ्फरनगर की तहसील खतौली में बतौर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात रहीं महिला आईएएस अधिकारी प्रियंका निरंजन ने राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर समाज में एक संदेश देने का काम किया है। लोगों का मानना है कि सरकारी अस्पतालों में केवल गरीब ही इलाज कराते हैं, लेकिन तमाम तरह की सुख सुविधा से संपन्न प्रियंका ने पहले ही सरकारी अस्पताल में बच्चे को जन्म देने का फैसला कर लिया था।
प्रियंका के पति मनीष सिंह भी आईपीएस अधिकारी हैं। उनका कहना है कि सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक प्रशिक्षित व तजुर्बेकार हैं। सरकारी अस्पतालों में प्रसव की आवश्यकता अनुसार सभी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। जिला राजकीय महिला चिकित्सालय में पत्नी का प्रसव कराकर हमने यही संदेश देने का प्रयास किया है कि इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ही बेहतर हैं।
जिले में तैनात ट्रेनी आईपीएस अधिकारी प्रियंका निरंजन राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर मिसाल कायम की है। उन्होंने राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर समाज में एक संदेश देने का काम किया है।दरअसल, लोग सरकारी अस्पतालों में कभी सुविधाओं का टोटा तो कभी दवाई ना मिलना जैसे बहाने बनाकर प्राइवेट अस्पतालों को तवज्जो देते हैं, लेकिन मुज़फ्फरनगर की तहसील खतौली में बतौर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात रहीं महिला आईएएस अधिकारी प्रियंका निरंजन ने राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर समाज में एक संदेश देने का काम किया है। लोगों का मानना है कि सरकारी अस्पतालों में केवल गरीब ही इलाज कराते हैं, लेकिन तमाम तरह की सुख सुविधा से संपन्न प्रियंका ने पहले ही सरकारी अस्पताल में बच्चे को जन्म देने का फैसला कर लिया था।
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