Breaking

गुरुवार, 28 जुलाई 2016

ये है भारत की पहली महिला कमांडो, ब्लैक कैट कमांडो भी थर थर कांपते हैं इनसे



सामान्य सी दिखने वाली यह महिला बेमिसाल है। इनकी खासियत जानकार आपको यकीं नहीं होगा .

ये हैं भारत की पहली और एकमात्र महिला कमांडो ट्रेनर डॉ. सीमा राव।बहुमुखी प्रतिभा की धनी डॉ. सीमा राव फायर फाइटर, फिल्ममेकर, स्कूबा डाइवर लेखक भी हैं। इनकी खूबियां यहीं नहीं खत्म हुईं।


डॉ. सीमा राव पिछले 20 सालों से स्पेशल फोर्स को प्रशिक्षित कर रही हैं। डॉ. सीमा को मिलिट्री मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट हासिल है। यही नहीं, डॉ. सीमा शूटिंग इंस्ट्रक्टर भी हैं।

डॉ. सीमा के पति दीपक राव भी भारतीय सेना में मेजर रैंक पर अपनी सेवा दे रहे हैं। दीपक के कहने पर ही उन्होंने मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ली। सीमा ने न सिर्फ ट्रेनिंग ली बल्कि दुनिया की 10 ऐसी महिलाओं में भी शुमार हैं जिन्होंने Jeet Kune Do सीखा है। यह एक खास तरीके की मार्शल आर्ट है, जिसे 1967 में ब्रूस ली ने इजाद किया था।

सीमा के देश प्रेम के जज्बे को इसी से समझा जा सकता है कि उन्होंने मां बनने के लिए गर्भधारण की बजाए बेटी गोद लेने का फैसला लिया। पिछले दो दशक से सीमा अपने पति दीपक के साथ देश सेवा कर रही हैं।

47 वर्ष की उम्र के बाद भी वे अाज भी पूरी तरह फिट हैं .पिछले 20 सालों के दौरान वे कई बार गंभीर रूप से जख्मी हो चुकी हैं, लेकिन हर बार वे अपने देशभक्ति के जूनून की वजह से जल्दी वापसी कर लेती हैं।ट्रेनिंग के दौरान सीमा अब तक कई बार घायल हो चुकी हैं। एक बार तो उन्हें ऐसी चोट लगी कि उनकी याददाश्त जाते-जाते बची।

सीमा की खूबियां सिर्फ इतनी नहीं हैं। वे एक अच्छी लेखिका भी हैं। उन्होंने कई किताबें लिखी हैं। उन्होंने वर्ल्ड टेररिज्म पर किताब लिखी है। अपने काम और देशभक्ति के लिए सीमा को कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा जा चुका है। उन्हें वर्ल्ड पीस अवार्ड, प्रसिडेंट वॉलंटियर सर्विस अवार्ड भी दिया जा चुका है।
loading...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें