इपोह सिटी काउन्सिल की इस हरकत के बाद भारतीय समुदाय ने इसको अलग तरह से ही निपटने का मन बनाया|पहले तो सोशियल मीडीया पर खूब इसकी भर्त्सना हुई, पर उसके बार 1 जुलाइ को साड़ी का दिन घोषित कर दिया गया!
इसके बाद महिलयों से अपील की गयी की वो *1 जुलाइ को साड़ी दिवस मनायें* और साड़ी पहन कर ही निकलें और अपनी सेल्फी अपने सोशियल मीडीया अकाउंट पर डालें| बस और क्या था भारतीय मूल की इन महिलाओं ने रेकॉर्ड तोड़ सेल्फियाँ डालीं और नन्ही नहीं बच्चियों ने भी साड़ी पहन कर खूब फोटो खिचवाए और मलेशिया की इपोह सिटी काउन्सिल को बता दिया की साड़ी के मसले पर महिलायें किसी की नहीं सुनेंगी!
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कार्यकर्म में साड़ी पहने हुए हिन्दू महिलाए |
गौरबतल है की सोशियल मीडीया पर हुई भयंकर भर्त्सना के बाद, इपोह सिटी काउन्सिल, ने मामले को दबाने का प्रयास किया था, पर उसके प्रयास नाकाफ़ी साबित हुए और महिलयों ने अहिंसक तरीके से अपनी बात रख दी|एक रूढ़िवादी सोच के आगे भारतीय महिलाओं ने ये एक बड़ी जीत हासिल की है और उन पर शिकंजा कसने वाले ठेकेदारों को संदेश दे दिया है, की वो जो मन चाहेगा वही पहनेंगी, मलेशिया के हिन्दुओ ने दिखा दिया की अगर एकता हो तो इस्लामी तत्व हवा हो जाते है
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