करिया मुंडा एक साफ सुथरी छवि के राजनेता माने जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि उनकी बेटी आज सड़क पर आम बेच रही है।
हम बात कर रहे हैं झारखंड की आदिवासी बेल्ट से आने वाले सांसद करिया मुंडा की बेटी चंद्रावती सारू की.
किसी सांसद का नाम लेते ही आपकी नजरों में उसकी और उसके विलासितापूर्ण जीवन का विचार जरूर आता होगा। लेकिन यदि इसके उलट आपको पता लगे कि किसी सांसद की बेटी सड़क पर आम बेच रही हो तो यह आपके लिए जरूर कौतुहल का विषय होगा।
करिया मुंडा की राजनीति आज से नहीं है बल्कि वह काफी पुराने और साफ सुथरी छवि के राजनेता हैं। वह अपनी ईमानदारी और साधारण जीवन जीने के लिए भी जाने जाते हैं। इसका असर उनकी बेटी पर भी साफतौर पर दिखाई देता है। करीया मुंडा की बेटी चंद्रावती सारू पेशे से शिक्षिका हैं.
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक चंद्रावती भी अपनी सादगी और समाजसेवा को लेकर चर्चा में रहती आई हैं। लेकिन इन दिनों वह सड़क पर किसी आम मजदूर की भांति आम बेचने के चलते सुर्खियों में आई हैं।
करिया मुंडा लोकसभा के पूर्व उपाध्य्क्ष और वर्तामन में झारखण्ड के खूंटी जिले से सांसद हैं। आठ बार सांसद और लोकसभा के डिप्टी स्पीकर रह चुके । दरअसल, उनके बगीचे में जरूरत से ज्यादा आम हुए हैं तो उन्हें सड़क किनारे बैठकर बेचने में यह बात आड़े नहीं आई कि वे झारखंड के बड़े नेता की बेटी हैं। उन्हें ऐसा करने में जरा भी शर्म महसूस नहीं हुई। चन्द्रावती का कहना है कि वे आम बिक्री से जो पैसा आता है उससे जरूरतमन्द लोगों की मदद करती हैं।
किसी सांसद का नाम लेते ही आपकी नजरों में उसकी और उसके विलासितापूर्ण जीवन का विचार जरूर आता होगा। लेकिन यदि इसके उलट आपको पता लगे कि किसी सांसद की बेटी सड़क पर आम बेच रही हो तो यह आपके लिए जरूर कौतुहल का विषय होगा।
करिया मुंडा की राजनीति आज से नहीं है बल्कि वह काफी पुराने और साफ सुथरी छवि के राजनेता हैं। वह अपनी ईमानदारी और साधारण जीवन जीने के लिए भी जाने जाते हैं। इसका असर उनकी बेटी पर भी साफतौर पर दिखाई देता है। करीया मुंडा की बेटी चंद्रावती सारू पेशे से शिक्षिका हैं.
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक चंद्रावती भी अपनी सादगी और समाजसेवा को लेकर चर्चा में रहती आई हैं। लेकिन इन दिनों वह सड़क पर किसी आम मजदूर की भांति आम बेचने के चलते सुर्खियों में आई हैं।
करिया मुंडा लोकसभा के पूर्व उपाध्य्क्ष और वर्तामन में झारखण्ड के खूंटी जिले से सांसद हैं। आठ बार सांसद और लोकसभा के डिप्टी स्पीकर रह चुके । दरअसल, उनके बगीचे में जरूरत से ज्यादा आम हुए हैं तो उन्हें सड़क किनारे बैठकर बेचने में यह बात आड़े नहीं आई कि वे झारखंड के बड़े नेता की बेटी हैं। उन्हें ऐसा करने में जरा भी शर्म महसूस नहीं हुई। चन्द्रावती का कहना है कि वे आम बिक्री से जो पैसा आता है उससे जरूरतमन्द लोगों की मदद करती हैं।
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