
स्थानीय पुलिस विभाग के लेफ्टिनेंट जावेद खान ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट और किक बॉक्सिंग में चैंपियन हैं। 2001 से इंडियानापोलिस शहर में रह रहे खान मंदिर के सुरक्षा निदेशक हैं। वह पहली बार 1986 में विभिन्न मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए भारत से अमेरिका गए थे। इंडियानापोलिस में पुलिस ज्वाइन करने से एक साल पहले वे अमेरिका शिफ्ट हुए थे।
मंदिर का अभिन्न हिस्सा हैं जावेद..
मंदिर में आने वाले श्रद्धालु उन्हें मंदिर का एक अभिन्न हिस्सा मानते हैं और उनका सम्मान करता है। जावेद खान समय-समय पर मुंबई आते रहते हैं। कुछ महीनों पहले वे मुंबई पुलिस के जवानों को ट्रेनिंग देने के लिए आये थे।कराटे में ग्रैंडमास्टर जावेद खान इंडियानापोलिस में 'फाइटिंग आर्ट अकादमी' भी चलाते हैं।वे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग भी देते हैं।
बेटी ने की हिंदू लड़के से शादी
खान ने बताया कि कुछ साल पहले उनकी बेटी ने इस हिन्दू मंदिर में एक तेलुगु लड़के से शादी की जिसके बाद वह मंदिर में लोगों को जानने लगे।खान ने कहा, "जल्द ही मुझे लगा कि वहां सुरक्षा की जरूरत है। फिर मैंने अपनी सेवाएं देने की पेशकश की। मैं अब मंदिर का सुरक्षा निदेशक हूं।"उन्होंने कहा, "जब भी मैं मंदिर जाता हूं, मुझे नहीं लगता कि मैं अमेरिका में हूं, मुझे लगता है कि मैं भारत में हूं।"
बेटी ने की हिंदू लड़के से शादी
खान ने बताया कि कुछ साल पहले उनकी बेटी ने इस हिन्दू मंदिर में एक तेलुगु लड़के से शादी की जिसके बाद वह मंदिर में लोगों को जानने लगे।खान ने कहा, "जल्द ही मुझे लगा कि वहां सुरक्षा की जरूरत है। फिर मैंने अपनी सेवाएं देने की पेशकश की। मैं अब मंदिर का सुरक्षा निदेशक हूं।"उन्होंने कहा, "जब भी मैं मंदिर जाता हूं, मुझे नहीं लगता कि मैं अमेरिका में हूं, मुझे लगता है कि मैं भारत में हूं।"
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