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रविवार, 3 जुलाई 2016

गाय ने बचा ली इनकी जिंदगी


उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के बस्तड़ी गांव में रहने वाली मंजू के परिवार का गुजारा जिस गाय के दूध से होता था उसी गाय ने मंजू की जान बचाई।
 वह गाय की टांगों की बीच में फंसी थी जिस वजह से वह सुरक्षित रह पाई। हादसे में गाय की तो मौत हो गई पर गाय की वजह से ही मंजू को जिंदगी मिली। मंजू को 10 घंटे बाद मलबे से जिंदा निकाला गया।
गाय ने बचाई जान: मंजू ने बताया कि उस दिन सुबह करीब 6 बजे वह गाय का दूध निकालने गई थी। अचानक से क्या हुआ कुछ समझ ही नहीं आया। उस वक्त मोहन और तीनों बच्चे सो रहे थे। अचानक पूरा घर जमींदोज हो गया। मोहन, सुनीता और विनोद को करीब दो घंटे बाद गांव वालों ने मलबे से निकाल लिया। लेकिन मंजू मलबे में दबकर काफी नीचे पहुंच गई थी।

करीब 10 घंटे बाद असम रेजिमेंट की टीम ने जब मलबे पर जिंदगी के निशान ढूंढने की कोशिश की तो मंजू को जिंदा पाया। वह गाय की टांगों के बीच में फंसी पड़ी थी और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया। राहत दल के सदस्यों ने बताया कि अगर मंजू गाय के बीच फंसी नहीं होती तो उनका जिंदा बचना मुश्किल था।

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